BIOGRAPHY OF MARK ZUCKERBERG IN HINDI | मार्क जकरबर्ग की जीवनी
Biography of Facebook Founder Mark Zuckerberg in Hindi
कोई इंसान चाहे तो क्या नही कर सकता और किसी चीज को पुरे दिल से चाहो तो ईश्वर भी आपकी सहायता करता है ऐसी ही कहानी है Mark
Zuckerberg की ! उम्र सिर्फ 19 साल थी जब फेसबुक को शुरू किया था आइये जानते है Mark Zuckerberg के पुरे जीवनकाल के बारे में की कैसे एक साधारण लड़का youngest billionaires की list में शामिल हो गया !
Mark Zuckerberg motivational Quotes in Hindi
Mark Zuckerberg motivational Quotes in Hindi
‘Facebook शुरू करने का मूल उद्देश्य कोई कंपनी बनाना नहीं था, इसे तो सामाजिक उद्देश्य से बनाया गया था ताकि विश्व अधिक खुल सके और जुड़ सकें !’
Mark Zuckerberg motivational Quotes in Hindi
संसार की दूसरी सबसे बिजी वेबसाइट : फेसबुक इंक. एक अमेरिकी मल्टीनेशनल इंटरनेट कॉरपोरेशन है, जो सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट facebook चलाता है इसका मुख्यालय मेनलो पार्क कैलिफ़ोर्निया में है ! facebook सबसे ज्यादा पुरानी नहीं है और इसे फरवरी 2004 में शुरू किया गया था कंपनी की अधिकांश आमदनी विज्ञापनों से होती है ! और 2011 में एशिया मध्य में 3.71 अरब डॉलर थी इसमें 3539 कर्मचारी काम करते थे और 15 देशों में इसके कार्यालय है facebook google के बाद संसार की सबसे व्यस्त वेबसाइट है, लोग हर महीने facebook पर 700 अरब मिनट से भी अधिक समय बिताते है |
पहला एशियाई ऑफिस भारत में : 2010 में इसने एशिया में अपना पहला ऑफिस हैदराबाद, भारत में खोला ! मई 2012 में फेसबुक के 90 करोड सक्रिय सदस्य थे, जिनमें से अधिकतर मोबाइल के जरिए फेसबुक पर जाते हैं ! 2011 में भारत में इसकी 2.3 करोड़ सदस्य है जनवरी 2011 में फेसबुक ने fb.com डोमेन को 85 लाख डॉलर में खरीद लिया ! Facebook की लोकप्रियता को देखते हुए इसके शुरूआती वर्षों पर 2010 में “The
Social Network” नामक फिल्म भी बनी !
104 अरब डॉलर की कंपनी : मई 2012 में Facebook का IPO 38 डॉलर प्रति शेयर के भाव पर आया, और इसके आधार पर कंपनी का मूल्य 104 बिलियन डॉलर अंका गया ! Facebook की लोकप्रियता की वे कौन से मंत्र है, जिनकी बदौलत इसके संस्थापक मार्क जकरबर्ग संसार के सबसे युवा अरबपति बन गए ! Facebook में ऐसा कौन सा कमाल किया है, जिसकी वजह से Time Magazine ने इसके संस्थापक मार्क जकरबर्ग को 2010 का Person of the year चुना ! सफलता के वह कौनसे फार्मूले है जिन पर चलकर मार्क जकरबर्ग संसार के सबसे अमीर व्यक्तियों की Forbes सूची में 35 वें स्थान पर है और उनके पास 17.5 अरब डॉलर की संपत्ति है ?
बचपन के सबक : मिडिल स्कूल में पढ़ते समय ही मार्क जकरबर्ग को कंप्यूटर का चस्का लग गया था ! उन्होंने Programming के गुर सीखे ! आम तौर पर माता-पिता बच्चों के शौक को ज्यादा महत्व नहीं देते है ! लेकिन मार्क जकरबर्ग के पिता ने एक कंप्यूटर प्रोग्रामर से अपने बेटे को विशेष ट्यूशन दिलवाई !
जब बाकी बचे कंप्यूटर गेम्स खेलते थे तब मार्क जकरबर्ग गेम्स बनाने में जुटे रहते थे ! जाहिर है, बचपन का यह शौक बाद में उनके बड़ा काम आया !
कॉलेज में भी मार्क जकरबर्ग का कंप्यूटर प्रेम जारी रहा ! हार्वर्ड में पढ़ते समय उन्होंने FaceMash नाम से वेबसाइट बनाई, जिसमें उन्होंने दो लड़कों और दो लड़कियों के फोटो दिखाएं फिर उन्होंने वेबसाइट पर आने वाले लोगों से
आग्रह किया कि वह ज्यादा आकर्षक फोटो को वोट दें !
पहले ही घंटे में 450 लोगों ने इंटरनेट पर इसे देखा ! वीकेंड पर शुरु हुई इस वेबसाइट की लोकप्रियता से हार्वर्ड का सर्वर बैठ गया ! इसलिए वेबसाइट
बंद कर दी गई कई विद्यार्थियों ने शिकायत की कि उनके फोटो का इस्तेमाल उनकी बिना अनुमति के किया गया है ! जुकरबर्ग को माफी मांगनी पड़ी लेकिन इसके बाद उनकी लोकप्रियता और बढ़ गई !
नायाब विचार : मार्क जकरबर्ग के 3 साथी स्टूडेंट्स ने वेबसाइट का नाम
हावर्ड कनेक्शन बनाने को कहा था ताकि हावर्ड के स्टूडेंट्स आपस में सम्पर्क कर सकें और जुड़ सकें ! यह सुनकर जकरबर्ग के मन में एक विचार आया कि क्यों ना एक ऐसी वेबसाइट बनाएं, जिस पर पूरी दुनिया में कहीं भी रहने वाले लोग आपस में बात कर सके और अपने फोटो वीडियो आदि दिखा सके !
एक पल में आया यही विचार आगे चलकर Facebook में तब्दील हो गया !
कंपनी की स्थापना: Facebook की स्थापना मार्क जकरबर्ग नाम के अमेरिकी कंप्यूटर प्रोग्रामर और इंटरनेट बिजनेसमैन ने अकेले नहीं की थी उनके 3 साथी Dustin Moskovitz, Eduardo Saverin.
Chris Hughes और Andrew McCollum भी उनके साथ शामिल थे !
वैसे टीम के सबसे अहम सदस्य मार्क जकरबर्ग ही थे क्योंकि विचार भी उन्हीं का था और उन्होंने ही 2 सप्ताह तक प्रोग्रामिंग करके Facebook का पहला संस्करण तैयार किया था अंततः 4 फरवरी 2004 को Facebook वेबसाइट शुरू हो गई !
उस वक्त इसका नाम thefacebook.com था कंपनी के नाम से the तब हटा जब इसने 2005 में Facebook Domain 2 लाख डॉलर में खरीद लिया !
पहले ही वर्ष इसके 10 लाख सदस्य हो गए !
Mark Zuckerberg
फेसबुक के फाउंडर मार्क जकरबर्ग के सफलता के सूत्र
Facebook founder Mark Zuckerberg’s success formula in Hindi
शुरआती संघर्ष : हर कंपनी को शुरुआत में बड़ा संघर्ष
करना पड़ता है ! आमतौर पर शुरुआत में पूंजी की कमी होती है, उस व्यवसाय का अनुभव भी नहीं होता, और लोगों को भरोसा भी नहीं होता आदि !
facebook शुरु करते समय मार्क जकरबर्ग को भी काफी संघर्ष करना पड़ा उनके पास ज्यादा पैसे नहीं थे, और हार्वर्ड के डोरमिटर रूम में रहकर ही उन्होंने यह काम किया ! उन्होंने 85 डॉलर प्रतिमाह पर एक सर्वर किराए पर
लिया, और वेबसाइट शुरू कर दी Facebook शुरू करने के चंद महीनों बाद ही पैसो की समस्या ने उन्हें उन्हें चारों ओर से घेर लिया !
कंपनी चालू रखने के लिए जुकरबर्ग और उनके परिवार को लगभग 85 हजार डॉलर अपनी जेब लगाने पड़े ! जरा सोचें….. इतनी मेहनत के बावजूद पैसा आ नहीं रहा जा रहा था और संघर्ष केवल आर्थिक ही नहीं था facebook वेबसाइट शुरु होने के 6 दिन बाद ही हार्वर्ड के 3 वरिष्ठ विद्यार्थियों ने मार्क जकरबर्ग पर वैचारिक चोरी और धोखाधड़ी का आरोप लगाया उनका आरोप था कि उन्होंने जुकरबर्ग से HarvardConnection.com नाम की Social Network बनाने को कहा था लेकिन उनका विचार चुराकर जकरबर्ग ने Facebook वेबसाइट शुरू कर दी !
इस आरोप से मार्क जकरबर्ग को काफी तनाव और सामाजिक ताने झेलने पड़े, लेकिन अंततः मामला सुलझ गया !
जैसा मार्क जकरबर्ग ने कहा है
जब मैंने यह वेबसाइट शुरू की थी तब मैं 19 साल का था उस समय में व्यवसाय के बारे में ज्यादा कुछ नहीं जानता था
Mark Zuckerberg Quotes in Hindi
महत्वपूर्ण मोड़: facebook शौक से व्यवसाय में तब बदला जब 2004 के अंत में पिटर थील में 5 लाख डॉलर का निवेश किया, यह निवेश facebook के लिए इसलिए महत्वपूर्ण था क्योंकि पिटर PayPal, YouTube, LinkedIn जैसी शुरुआती कंपनियों में निवेश कर चुके थे !
उनकी सलाह और मार्गदर्शन facebook के बहुत काम आया ! जाहिर है, facebook की प्रगति से थील को भी काफी लाभ हुआ उनका 5 लाख डॉलर के निवेश आज अरबो डॉलर में बदल चुका है !
तो अब बात आती है कि मार्क जकरबर्ग ने ऐसा क्या किया कि आज सफलता उनके कदम चूमती है तो आइए जानते है मार्क जकरबर्ग की सफलता के मंत्र
A Success Story Of Mark Zuckerberg In Hindi
1. जी तोड़ मेहनत करे: पैसे तो विरासत में भी मिल सकता है, लेकिन सफलता नहीं मिल सकते सफलता के लिए तो इंसान को स्वयं मेहनत करनी पड़ती है तभी जाकर वह कामयाबी कि मंजिल पर पहुंचता है !
facebook को सफल बनाने के लिए मार्क जकरबर्ग ने बहुत मेहनत की थी !
मार्क जकरबर्ग के अनमोल विचार
मैं सोचता हूं कि लोगों के मन में बहुत सी काल्पनिक बातें रहती है, लेकिन क्या आप जानते हैं Facebook की असली कहानी बस इतनी है, की हमने पूरे समय बहुत कड़ी मेहनत की है ! मेरा मतलब है… असली कहानी शायद काफी बोरिंग है, मेरा मतलब है हम 6 साल तक बस अपने कंप्यूटर पर बैठे रहते और कोडिंग करते रहते थे!
-Mark Zuckerberg Quotes in Hindi
2. बड़ी सोच रखें : छोटी सोच वाले लोग ज्यादा आगे तक नहीं पहुंच पाते ! बड़ी सफलता पाने के लिए इंसान को अपनी सोच को भी बड़ा करना पड़ता है, मार्क जकरबर्ग के सपने बड़े थे ! उनके मित्र Facebook को कॉलेज प्रोजेक्ट के रूप में देख रहे थे मार्क जकरबर्ग ने Facebook को विश्वव्यापी प्रोजेक्ट के रूप में देखा, जो लोगों के संपर्क का तरीका बदल देगी ! दूसरे लोग Facebook का मूल्य करोड़ों डॉलर मैं आंक रहे थे, लेकिन मार्क जकरबर्ग ने तो अरबो डॉलर की कंपनी का सपना देखा था !
Facebook को खरीदने के लिए कई बार कंपनियों ने बोली लगाई लेकिन मार्क जकरबर्ग की रूची पैसे कमाने में नहीं थी ! वह दूरगामी दृष्टिकोण पर चल रहे थे और संसार को बदलने में उनकी अधिक रूची थी अपने सपने को
पूरा करने की खातिर मार्क जकरबर्ग ने कॉलेज की पढ़ाई अधूरी छोड़ दी ! और समर्पित भाव से Facebook को सफल बनाने में जुट गये !
जैसा कर्कपैट्रिक ने कहा है “यह पैसे के बारे में नहीं है, अगर जकरबर्ग यह काम
पैसे के लिए कर रहे होते तो बरसों पहले ही इसे बेच देते !”
Mark Zuckerberg Quotes in Hindi
Mark Zuckerberg Quotes in Hindi
3. छोटी शुरआत करे: विचार आते ही काम शुरु कर दें. अगर आपने ऐसा नहीं किया. तो वह विचार दूसरे विचारों तले दब जाएगा या आलस के मारे आप उसे नजर अंदाज कर देंगे !
शुरू करते समय यह न सोचे की पर्याप्त पूंजी नहीं है या पर्याप्त समर्थन नहीं है, बस काम शुरु कर दें ! अगर आपके विचार में दम है तो पूंजी और समर्थन बाद में अपने आप आ जाएगा !
मार्क जकरबर्ग के साथ यही हुआ था, वो विश्वव्यापी क्रांति करना चाहते थे लेकिन उनकी शुरूआत छोटी थी Facebook शुरू करने के लिए उन्होंने किसी निवेशक के लाखों डॉलर के निवेश का इंतजार नहीं किया ! उन्होंने तो अपनी डोरमिटरि से छोटी सी शुरुआत कर दी ! शुरुआत में इस वेबसाइट का इस्तेमाल केवल हार्वर्ड के विद्यार्थी ही कर सकते थे ! जब हार्वर्ड के 50% से अधिक अंडर ग्रेजुएट विद्यार्थी इसके सदस्य बन गए ! बाद में दूसरे कॉलेज के विद्यार्थियों को भी इसके इस्तेमाल की अनुमति दे दी गई ! फिर स्कूल के विद्यार्थियों को और फिर 2006 मैं इसकी सदस्यता 13 साल से बड़े हर व्यक्ति के लिए Available थी जिसका कोई इमेल एड्रेस हो !
पहले Facebook कि Wall पर यह स्लोगन लिखा था “कोई भी किया गया काम आदर्श कल्पना से बेहतर होता है” बाद में निवेशक जुड़ते चले गए ! और
धीरे-धीरे Facebook एक बड़ी कंपनी में बदल गई ! अप्रैल 2005 मे एक्स्ल partner 1.27 करोड़ डॉलर का निवेश किया ! अक्टूबर 2007 में माइक्रोसॉफ्ट ने 24 करोड़ डॉलर का निवेश किया ! गोल्डमैन सैक्स ने Facebook में 45 करोड़ डॉलर का निवेश किया !
इस बारे में मार्क जकरबर्ग सलाह देते है की मैं सोचता हूं की व्यवसाय का एक सरल नियम यह है यदि आप पहले ज्यादा आसान चीजें करते हैं तो आप दरअसल बहुत प्रगति कर सकते हैं
Mark Zuckerberg Quotes in Hindi
4. प्रलोभन से बचे: Facebook शुरू करने के चार महीने बाद से ही निवेशक इसे खरीदने का प्रस्ताव लेकर आने लगे ! 2004 में न्यूयॉर्क के एक
फाइनेंसर ने एक करोड़ डॉलर की बोली लगाई !
सोचिये अगर दूसरा कोई होता तो इस प्रस्ताव को मंजूर कर लेता और सोचता कि 1 साल की मेहनत के बदले में एक करोड़ डॉलर की रकम बुरी नहीं है, लेकिन मार्क जकरबर्ग प्रलोभन की आंधी में उड़ने वालों में से नहीं थे हालांकि उनके सामने लगातार अच्छे-अच्छे Offers आते रहे फ्रेंडस्टर ने Facebook को खरीदने की कोशिश की ! वायाकॉम ने की, याहू और google,MySpace ने एक अरब डॉलर की बोली लगाई ! यदि मार्क जकरबर्ग प्रलोभन में आ जाते, तो आज वह संसार के सबसे युवा अरबपति नहीं होते बल्कि पछता रहे होते !
क्योंकि आईपीओ आने के बाद कंपनी का मूल्य 104 अरब डॉलर हो चुका है और यह किस कारण है क्योंकि मार्क जुकरवर्ग प्रलोभन में नहीं फंसे, बल्कि दूरगामी दृष्टिकोण पर चले !
सीधे शब्दों में कहें: हम पैसे बनाने के लिए सेवाओं का निर्माण नहीं करते; हम पैसे बनाते हैं ताकि बेहतर सेवाओं का निर्माण कर सकें।
Mark Zuckerberg Motivational Quotes in Hindi
तेजी से काम करें : मार्क जकरबर्ग ने हार्वर्ड की डोरमिटरी के कमरे में खाली समय में Facebook का पहला संस्करण तैयार किया, उन्होंने कोई बिजनेस plan नहीं लिखा था अपने दोस्तों और सलाहकारों से लगातार नहीं पूछा की उनके विचार के बारे में उनकी क्या राय थी,
उन्होंने इसकी सफलता के बारे में कोई ‘मार्केट रिसर्च’ नहीं की उन्होंने पेटेंट या ट्रेडमार्क के लिए आवेदन नहीं दिया ! उन्होंने तो बस एक वेबसाइट तैयार की और उसे शुरू कर दिया ! बहुत सी कंपनियां अपनी वेबसाइट को जटिल बना देती है और आदर्श बनाने के चक्कर सब कुछ गड़बड़ कर देती है ! Facebook ने ऐसा कुछ नहीं किया उसने तेजी से और सरलता से काम किया इसका पहले संस्करण बहुत ही सरल था !
मार्क जकरबर्ग ने कहा है
मेरा लक्ष्य कभी भी बस एक कम्पनी बनाने का नही था । कई लोग इसका गलत अर्थ लगाते हैं, मानो मुझे राजस्व या लाभ या ऐसी चीजों की कोई चिंता नहीं है। बल्कि बस एक कम्पनी ना होने से मेरा मतलब था बस एक कम्पनी नहीं खड़ी करना – कुछ ऐसा बनाना जो सचमुच दुनिया में एक बड़ा बदलाव ला सके ।
Mark Zuckerberg Inspirational Quotes in Hindi
दोस्तों आप को Biography of Mark Zuckerberg in Hindi कैसा लगा आप अपने विचार निचे कमेंट बॉक्स में जरुर दे ! और अगर आपको ये लेख पसंद आया तो इसे अपने फेसबुक दोस्तों के साथ जरुर शेयर करे !